उत्तर कोरिया के लोगों से क्या सिखें?
North Korea का नाम सुनते ही ज़्यादातर लोगों को तानाशाही, सख्त नियम, और आज़ादी की कमी याद आती है। लेकिन अगर गहराई से देखें, तो वहाँ के लोगों में कुछ ऐसी अच्छी बातें भी हैं,
जो हम सबको ज़रूर सीखनी चाहिए।
1. अनुशासन (Discipline) हर हाल में नियमों का पालन
North Korean लोग हर बात पर अनुशासित होते हैं —
चाहे वो स्कूल हो, आर्मी हो या काम की जगह।
वे समय के पाबंद होते हैं
नियमों का पालन बिना किसी बहस के करते हैं
हम ये सीख सकते हैं कि अगर समाज में हर कोई नियमों का पालन करे,
तो सिस्टम अपने आप बेहतर हो जाता है।
2. देशभक्ति (Patriotism) – देश के लिए हर हाल में समर्पण
North Korean जनता अपने देश और सरकार के लिए
अत्यधिक वफादारी दिखाती है।
चाहे स्थिति जैसी भी हो, वे देश के प्रति नकारात्मक कुछ नहीं कहते।
यह हमें सिखाता है कि देश के प्रति प्यार और समर्पण में ताकत होती है।
3. आत्मनिर्भरता (Self-Reliance) – "Juche" Philosophy
North Korea की नीति है:
“Juche” = खुद पर निर्भर रहो, दूसरों पर नहीं।
वे खेती से लेकर फैक्ट्री तक, ज्यादातर काम खुद करते हैं
बाहर से ज्यादा मदद नहीं लेते
यह विचार हमें सिखाता है कि आत्मनिर्भर बनना कितना जरूरी है।
4. सांस्कृतिक गर्व (Cultural Pride) – अपनी परंपराओं से जुड़ाव
वहाँ के लोग अपने पारंपरिक कपड़ों, भाषा, गीत और नृत्य से
गहरा जुड़ाव रखते हैं।
वे पश्चिमी संस्कृति की नकल नहीं करते।
हम भी अपनी लोकल परंपराओं, भाषाओं और त्योहारों को गर्व से अपना सकते हैं।
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5. संघर्ष में जीने की कला
North Korean लोगों ने कई दशकों से आर्थिक और राजनीतिक पाबंदियाँ झेली हैं,
लेकिन फिर भी वे जिंदा हैं, आगे बढ़ रहे हैं, खेती कर रहे हैं, गा रहे हैं।
यह हमें सिखाता है कि परिस्थिति चाहे जैसी भी हो –
हार मानना विकल्प नहीं होता।
निष्कर्ष:
> "हर देश की कुछ अच्छाइयाँ होती हैं।
North Korea से हम ये सीख सकते हैं कि –
अनुशासन, आत्मनिर्भरता और देशभक्ति से कोई भी राष्ट्र मजबूत
हमारा मकसद समाज में सकारात्मक बदलाव लाना, अच्छे विचारों का प्रचार करना, और ज्ञान के माध्यम से हर किसी की सोच को विकसित करना है। हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति अपने जीवन में सही मार्गदर्शन प्राप्त करे और समाज में एक सकारात्मक प्रभाव छोड़े। इस प्रयास के जरिए हम समाज में शिक्षा और जागरूकता का प्रसार करेंगे, ताकि लोग अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझें और एक दूसरे के साथ मिलकर बेहतर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें। यह लेख लेखक के निजी विचार हैं और इसका उद्देश्य किसी देश, समुदाय या व्यक्ति को ठेस पहुँचाना नहीं है।
Ishwar Bharti Nagai
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